ब्रांड मूल्य (वैल्यू) वह परम मुद्रा (अल्टीमेट करेंसी) है, जिसके लिए कंपनियाँ तरसती हैं।
मूल्यवान ब्रांड न केवल अपनी माँग को बढ़ाता है, बल्कि संबंधित कंपनी की 'मूल्य-निर्धारण
शक्ति' (प्राइसिंग पावर) को भी। इस पुस्तक में सर्वाधिक लोकप्रिय अमेरिकी व्यावसायिक
पत्रिका 'फोर्ब्स' द्वारा प्रतिवर्ष जारी की जानेवाली विश्व के 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों
की सूची में से 50 श्रेष्ठतम ब्रांड को शामिल किया गया है। तुलनात्मक अध्ययन के लिए फोर्ब्स
के साथ-साथ बहुराष्ट्रीय विज्ञापन व जनसंपर्क प्रतिष्ठान ऑम्नीकॉम समूह की सहयोगी कंपनी
इंटरब्रांड के वार्षिक मूल्यांकन का भी उल्लेख किया गया है। मई 2017 में जारी फोर्ब्स
पत्रिका की नवीनतम सूची में 170 अरब डॉलर ब्रांड-मूल्य व 214.2 अरब डॉलर ब्रांड-राजस्व
के साथ एप्पल लगातार सातवें वर्ष विश्व के सबसे मूल्यवान ब्रांड के स्थान पर बना हुआ था।
गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, फेसबुक, टोयोटा आदि के बारे में प्रामाणिक जानकारियाँ पाठकों
को न केवल प्रेरित करेंगी, अपितु व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी उत्कृष्ट गुणवत्ता के आधार
पर मार्किट में शीर्ष स्थान पाने के लिए उद्यत करेंगी।