मास्टर ऑफ गुड हैबिट
अच्छी आदतों के धनी कैसे बनें
आपकी कौन सी लत आपको बैचेनी की अदालत में खड़ा करती है? देखा जाए तो इस अदालत में जज
द्वारा फैसला सुनाने से पहले ही आप अपनी गलत आदतों की वजह से बैचेन रहने की सजा भुगत रहे
हैं। इसका एक कारण है बेहोशी को अपने वकील के रूप में चुनना। आपका जीवन ही आपका जज है,
जो बता रहा है कि कौन सी आदतों से आपका विकास हो रहा है या पतन।
यदि आप बैचेनी भरी आदतों के इस जेल से आज़ाद होना चाहते हैं तो इस पुस्तक द्वारा
* ब्रेन रिवायरिंग के ज़रीए नई आदतें बनाने का तरीका जानें।
* पुरानी ब्रेन वायरिंग के साथ नई आदतों की रिवायरिंग करें।
* होश बढ़ाकर आदतों का दर्शन करें।
* मनन द्वारा गलत आदतों की व्यर्थता पहचानें।
* छोटे-छोटे कदम उठाकर बड़ी आदतों पर प्रहार करें।
* नई आदतों को विकसित करने की प्रेरणा पाएँ।
* कामयाब लोगों की आदतों को अपनाएँ।
अब वक्त आया है बैचेनीभरी आदतों को छो़ेडने का। इस पुस्तक को हाथ में लेकर कसम खाएँ कि
'हम गलत आदतों को छोड़, अच्छी आदतों को अपनाएँगे।'