26 साल की छोटी उम्र में निकिता सिंह 10 उपन्यास लिख चुकी हैं जिसमें से कुछेक बैस्टसैलर हैं।
आज के जवान लड़के लड़कियों का जिन चुनौतियों से सामना होता है, उसे वह बखूबी समझती हैं
और शब्दों में ऐसे उतारती हैं कि सीधा पाठकों के दिलों में घर कर जाता है। यही कारण है कि
युवाओं में वे बेहद लोकप्रिय हैं, विशेषकर लड़कियों के बीच। आज की लड़कियाँ भरपूर जीवन जीना
चाहती हैं जिसमें प्यार-मोहब्बत के साथ हो एक कैरियर जिसमें वे अपनी पहचान बनाते हुए
सफलता के शिखर तक पहुँच सकें। उन्हें जीवन में कोई समझौता नहीं चाहिए। ऐसी ही कहानी है,
इस पुस्तक की नायिका, माही, की जो चार साल पहले दिल टूट जाने पर एक तरह से प्यार से
मुँह फ़ेर कर अपने आपको अपने काम में पूरी तरह व्यस्त कर चुकी थी। लेकिन, फिर एक दिन
उसका अतीत उसके सामने आ खड़ा होता है...नये सिरे से संजोई ज़िन्दगी में उथल-पुथल मच जाती
है। माही का दिल कुछ कहता है लेकिन दिमाग कुछ और। अजीब कशमकश में उलझी माही क्या
फैसला करती है-पढ़िये इस बेहद दिलचस्प उपन्यास में।